खेलो इंडिया प्रतियोगिता में दस साल के चैंपियन अभिनव ने बनाया रिकॉर्ड
खेलो इंडिया यूथ गेम्स प्रियोगिता में 10 साल के शूटर अभिनव शॉ सबसे कम उम्र के तैंपियन बन गए। उन्होंने 10 मीटर एयर राइफल मिक्स्ड में मेहुली घोष के साथ गोल्ड पदक जीता। पश्चिम बंगाल से ताल्लुक रखने वाले अभिनव शॉ ने 8 उम्र में ही शूटिंग में हिस्सा लेना शुरू कर दिया था। उनका नाम उनके माता-पिता ने ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले भारतीय शूटर अभिनव बिंद्रा के नाम पर रखा था। अब वे उसी राह पर चल निकले हैं।
इसी महीने 9 जनवरी को पुणे में खेलो इंडिया यूथ गेम्स की शुरुआत हुई थी। हालांकि खेलो इंडिया गेम्स के सिर्फ दो संस्करण ही हुए हैं, लेकिन अभिनव ने ऐसा रिकॉर्ड बना दिया है जिसे तोड़ना काफी मुश्किल है। उसके पीछे एक वजह ये भी है क्योंकि अभी बीते महीने ही नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने शूटिंग के लिए न्यूनतम दस साल की उम्र निर्धारित कर दी है। इसके पहले शूटिंग सीखने के लिए कोई न्यूनतम उम्र नहीं थी। अब 12 साल के पहले कोई शूटिंग प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले सकता।
इसके पीछे की वजह बताते हुए नेशनल राइफल एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी ने कहा, 'हम चाहते हैं कि बच्चे शारीरिक रूप से इतने सक्षम हो जाएं ताकि वे गन का भार अपने कंधों पर संभाल सकें।' आपको बता दें कि अभिनव का वजन 40 किलो है वहीं उनकी राइफल का वजन 4.5 किलोग्राम है। अभिनव के पिता भी कभी शूटिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेते थे, लेकिन आर्थिक वजहों से वे अपने पैशन को आगे नहीं बढ़ा पाए। अब वे चाहते हैं कि उनका बेटा अभिनव शूटिंग में अच्छा करे और देश के लिए मेडल जीत कर लाए।
अभिनव ने राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में भी हिस्सा लिया है और अंडर-18 कैटिगरी में स्वर्ण पदक जीता है। अभिनव फिलहाल ओलंपिक शूटर जयदीप कर्माकर की कोलकाता स्थित अकैडमी में ट्रेनिंग हासिल कर रहा है। खेलो इंडिया युवा खेल का आयोजन 9 से 20 जनवरी तक हो रहा है जिसमें देशभर से लगभग 9 हजार खिलाड़ियों ने अपना पंजीकरण कराया है।
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